समझिए अपने मन को भाग 2
Topographical Model of Mind
महान साइकोएनालिस्ट (मनोविश्लेषण ) और न्यूरोलॉजिस्ट (तंत्रिकाविज्ञानी) सिगमंड फ्रायड ने सिद्धांत थ्योरी ऑफ माइंड के तहत दो मॉडल प्रस्तुत किए थे जिस में से आज
मैं Topographical Model of Mind को समझाने जा रहा हूं|
इन सिद्धांतो की मदद से हम अपने जीवन की कई कठिन समस्याओं, कठिन समय और परिस्थितियों को सुलझा सकते हैं क्योंकि यह सिद्धांत, हमें हमारे मन और उसके कार्य करने के तरीके को विस्तृत रूप से दर्शाता है|
Topography का मतलब मेप 🗺 (map) होता है जिसमें हाईवे ,रोड ,मंदिर, तालाब, नदियां, पहाड़, शॉपिंग मॉल, चौराहे, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड,शहर और गांव की जानकारी होती है | वैसे ही Topographical model of mind में मन के तीन हिस्से बताए गए हैं|
1. Conscious Mind
2. Precocious Mind
3. Subconscious Mind
इसे Iceberg मॉडल ऑफ माइंड भी कहते हैं क्योंकि जिस तरह Iceberg की संरचना 1/7 भाग पानी के ऊपर और 6/7 भाग पानी के नीचे रहता है इसी तरह हमारे दिमाग में Concious और Subconscious mind होते है|
1. Concious Mind :-
यह दिमाग का वह हिस्सा है जिससे हम सचेत रहते हैं और अपनी क्षमता को पहचानते हैं अपनी दिनचर्या के काम करते हैं
जैसे:-
1. मैं जानता हूं कि मैं कार चला पाता हूं पर मैं यह भी जानता हूं कि मैं हवाई जहाज नहीं चला पाता हूं|
2. अप्पू जानता है कि उस पर गणित तो अच्छे से बन जाएगी पर अंग्रेजी में कठिनाई होती है|
3. पप्पू जानता है कि वो पुलिस की भर्ती की दौड़ तो निकाल लेगा पर गोला फेंकने में दिक्कत जाएगी|
यह दिमाग का हिस्सा
यह जानता है कि हम क्या जानते हैं और यह भी जानता है कि हम क्या नहीं जानते|
2. Precocious Mind
यह तीनों भागों में सबसे छोटा भाग है इसमें हमें यह तो पता होता है कि हमें क्या पता है पर हमें ध्यान लगाने की जरुरत पड़ती है तभी वह Concious Mind में आ पाता है|
उदाहरण की माध्यम समझिए
1. जैसे परीक्षा के समय प्रश्न पत्र को देख कर कुछ प्रश्न जिन्हें देखकर ऐसा लगता है की हां मैंने ये पढ़ा था और याद भी किया था पर याद नहीं आ रहा है| पर इतना याद रहता है प्रश्न तो यही पढ़ा था फिर उत्तर के लिए दिमाग पर जोर लगाना पड़ता है हो सकता है की याद आ जाए और नहीं भी | हो सकता है पेपर की समय सीमा खत्म होने के बाद याद आ जाए| पर फिर क्या??
इसीलिए तो कहा जाता है कि विद्यार्थी बार-बार रिवाइस करते रहे |
2. कई बार पुराने मित्रों से जब रीयूनियन होता है तब हम कई मित्रों के नाम पता होने के बाद भी उस समय याद नहीं आता | ध्यान लगाना पड़ता नाम याद करने के लिए और यदि ना याद आए तो यार-यार कहकर काम चलाना पड़ता है|
3. Subconscious Mind
यह दिमाग का सबसे बड़ा हिस्सा है इससे हम भी अनजान होते हैं |
I don’t know what I don’t know. का मतलब मैं भी नहीं जानता कि मैं क्या नहीं जानता
सपने भी इसी के वजह से ही आते है इसमें सीमाओं का बंधन नहीं होता इसलिए कहते हैं मानव के लिए असंभव कुछ भी नहीं|
इस को जानने के लिए Sigmund Freud ने बताया कि
Dream analysis सपनों का विश्लेषण कर के हम जान सकते हैं कि हमारे Subconscious Mind मे क्या चल रहा है क्योंकि
“Dream are the royal road to unconscious mind.”
दिल की गहराइयों को समझने के लिए सपनों को जानना बहुत जरूरी है|
उदाहरण के माध्यम से समझिए
1.मान लीजिए एक लड़की है जिसका बॉयफ्रेंड भी है और उसके साथ खुश भी है लेकिन सपने में वह खुद ,किसी और लड़के से प्यार करती हुई दिखती है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि वह सच में उसी से प्यार करती है जो सपने में दिखता है पर वह इस बात को समझ नहीं पा रही और Conciously किसी और से ही प्यार करती है इसके कारण कई बार रिश्ते ज्यादा नहीं टिकते या वैसा रस नहीं होता|
2.पप्पू बचपन से अभी तक कई बार सपने में देख चुका है कि वह एक स्कूल टीचर है और उसे पढ़ाने में बहुत खुशी होती है, पर Concious Mind में उसके पापा चाहते हैं कि वह डॉक्टर बनें और वह भी अपने सपनों को नहीं समझ पाया और डॉक्टर बनने में लग गया ,
हो सकता है वह बन जाए डाक्टर, पर उसे आंतरिक रुप से उतना अच्छा नहीं लगेगा जितना कि उसे टीचर बन कर लगता|
Instinctual Drive( जिसमें Hunger, Anger, Sex, Maternal ect आती है ) Subconscious Mind के अंतर्गत आती है|
Subconscious Mind ही deep and dark होता है जिसमें क्राइम,लालच, वासनाए डर कल्पनाऐ आदि होते हैं
जिससे ही हमें आसानी से कल्पनाओ से भरी, अपराध , चोरी और ग्लैमर से जुड़ी फिल्में पसंद आती है| (Avengers , Harry Potter Series, doom123, Crime Patrol, fashion TV, Carry Minati etc)
असल में समस्या जब शुरू होती है जब Conscious Mind में कुछ और ,और Subconscious mind में कुछ और होता है तो लगता है कि मन में कुछ और चल रहा है जबकि दिमाग में कुछ और| सामान्य जीवन में परेशानियां होने लगती हैं|
जैसे झूठ बोलते हुए व्यक्ति आसानी से पकड़ में आ जाते क्योंकि उनके Subconscious mind को उनके कुकर्मों के बारे में पता रहता है लेकिन वो Concious mind से उन्हें छुपाने की कोशिश करता है लेकिन इसमें बॉडी साथ नहीं देती और उन्हें पसीना आने लगता है( और भी फिजिकल साइन दिखते) क्योंकि साइकोलॉजी में कहा गया है
Body doesn’t lie.
सपनों का विश्लेषण करके दिल की गहराइयों को पता लगा सकते हैं वैसे तो Subconscious mind को पूरी तरह समझना नामुमकिन है फिर भी जितना आप विश्लेषण करेंगे उतना तो आप समझ ही लेंगे|
Brain Wash term शब्द सुना ही होगा जब बातों के माध्यम से किसी व्यक्ति के Subconscious Mind में लक्ष्य बदल दिया जाता है और दिमाग के तीनों भागों को उसी से सामंजस्य स्थापित करा देते तो व्यक्ति का ब्रेन बॉस जाता है| यह इतना आसान भी नहीं है कि कोई भी किसी का ब्रेन बॉस कर दे | एक पहलू यह भी टेलीविजन में एडवर्टाइज के माध्यम से आम जनता का ब्रेनवाश करके उनसे वह चीजें खरीद वाना है जिनकी उन्हें कोई खास जरूरत नहीं है|
दिमाग के तीनों हिस्सो का सामंजस्य बनाए रखिए जिससे आप बहुत खुश रहेंगे|
मुझे आशा है कि मन कैसे काम करता है आप समझ चुके होंगे|
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Reference:-
1. Topographical Model of Mind :- Sigmund Freud