एक राजा के पास बहुत ही शक्तिशाली हाथी था | उस हाथी की मदद से राजा ने कई युद्ध जीते थे लेकिन समय के साथ- साथ हाथी बूढा होता जा रहा था| ऐसे में उसकी ताकत भी कम हो गई थी | धीरे-धीरे राजा ने उसे युद्ध पर ले जाना बंद कर दिया और इस कारण से उसका खाना पीना भी पहले से कम कर दिया गया | एक दिन हाथी बहुत प्यासा था | वह अपनी प्यास बुझाने के लिए महल के पास वाली झील पर गया और खूब पानी पिया |इसके बाद वह नहाने के लिए गहरे पानी में उतरने लगा लेकिन वहाँ कीचड होने के कारण वह वहाँ फस गया | जब यह बात राजा को पता लगी तो उसने सैनिकों को उसे निकालने के लिए भेजा लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी उसे निकाला नहीं जा सका | ऐसे में राजा चिंतित हो गया! तभी उसके मंत्री ने उसे एक सुझाव दिया |सभी सैनिकों को युद्ध के कपडे पहनाएँ गए और हाथी की तरफ बढने को कहा गया | युद्ध भूमि जैसे नगाडे भी बजने लगे | हाथी को लगा कि दुश्मन की सेना उसकी ओर बढ़ रही है | उसका सोया हुआ मनोबल जाग उठा और वह पूरी जोश के साथ आगे बढा | देखते ही देखते वह कीचड वाले पानी से स्वयं ही बाहर आ गया |इस तरह मंत्री द्वारा बताई गई तरकीब काम कर गई |
सीखः मनोबल और जोश के साथ आप जो चाहे प्राप्त कर सकते है|