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बीती 27 जुलाई 2020 को डॉक्टर कलाम की 5th पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन के कुछ ऐसे रोचक तथ्यों को आप तक पहुंचा रहा हूं जिन्हें आप जानकर उनके जीवन के अनुभव का फायदा ले सकते हैं | और जानकारी में इजाफा कर सकते हैं |
भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति(2002-2007)
पूरा नाम:- अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम मसऊदी
अन्य नाम:- मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति |
जन्म:- 15 अक्टूबर 1931
जन्म स्थान:- रामेश्वरम रमानाथपुरम जिला, ब्रिटिश राज (मौजूदा तमिलनाडु, भारत)
मृत्यु:- 27 जुलाई 2015 (उम्र 83)
प्रमुख पुरूस्कार
1997 भारत रत्न
1990 पद्म विभूषण
1981 पद्म भूषण
पेशा :-
प्रोफेसर, लेखक, परमाणु वैज्ञानिक ,वैज्ञानिक ,एयरोस्पेस इंजीनियर |
रचनाएँ:-
इग्नाइटेड माइंडस: अनलीशिंग द पावर विदीन इंडिया | ( प्रज्वलित मन )
इंडिया-माय-ड्रीम | ( भारत- मेरा सपना)
एनविजनिंग अन एमपावर्ड नेशन: टेक्नालजी फार सोसायटल ट्रांसफारमेशन |
आत्मकथात्मक रचनायें:-
विंग्स ऑफ फायर: एन आटोबायोग्राफी ऑफ एपीजे अब्दुल कलाम : सह लेखक - अरुण तिवारी|
साइंटिस्ट टू प्रेसिडेंट|
माय जर्नी |
कलाम के बारे में 10 रोचक तथ्य:-
1. अब्दुल कलाम ने अपनी आरंभिक शिक्षा जारी रखने के लिए अख़बार वितरित करने का कार्य भी किया था।
2. कलाम के पसंदीदा विषय गणित और भौतिकी थे|
कलाम भारतीय वायु सेना के लिए एक फाइटर पायलट बनने का एक मौका चूक गए थे। उनकी 9 वी रैंक रैंक वी रैंक आई थी जबकि सिर्फ भर्तीयां 8 थी|
3. कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए थे|
4. उन्हें 40 से अधिक विश्वविद्यालयों और संस्थानों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त हो चुकी है।
5. कलाम , भारत के दूसरे उपग्रह रोहिणी के परियोजना निदेशक थे। जिसे 25अप्रैल 1975 लॉन्च किया गया था|
6. DRDO में, वह एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के प्रमुख थे और 5 मिसाइलें विकसित की थीं: नाग, आकाश, त्रिशूल, अग्नि, पृथ्वी|
7. कलाम भारत के पहले अविवाहित वैज्ञानिक राष्ट्रपति हैं।
8. उनके जन्मदिन के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 2010 में इसे विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाने घोषणा की थी तभी से प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर ( कलाम के जन्मदिन ) को World Student Day मनाया जाता है|
9. कलाम 1979 में SLV-III परियोजना के प्रमुख निर्देशक थे|और SLV-III की असफलता पर डॉ कलाम ने कहा था "जब विफलता हुई, तो संगठन के प्रमुख के पास उस विफलता का स्वामित्व था। जब सफलता मिली, तो उन्होंने इसे सफलता का श्रेय अपनी टीम को दिया। सबसे अच्छा प्रबंधन सबक जो मैंने सीखा है, वह किताब पढ़ने से मेरे पास नहीं आया; यह उस अनुभव से आया है |
10. कलाम पूरी जिंदगी शाकाहारी और आविवाहित रहे|
27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में व्याख्यान देने के बाद एक दुर्भाग्यपूर्ण कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया था।
‘परवाज़’ गुलज़ार की आवाज़ में डॉ. कलाम की आत्मकथा है। इस ऑडियोग्राफी का एक-एक शब्द रौंगटे खड़े कर देने वाला है। गुलज़ार साहब की आवाज़ में ‘परवाज़’ को सुनकर अब्दुल कलाम भी रो पड़े थे।
इसे आप भी सुन सकते हैं नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके
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