रविवार, 30 अगस्त 2020

कहानी :- प्रतियोगिता

प्रतियोगिता

एक बार सीधे पहाड़ पर चढ़ने की प्रतियोगिता हुई | प्रतियोगियों को पहाड़ पर चढ़ते देखने के लिए बहुत भीड़ जमा हो गई | हर कोई सीधी पहाड़ी को देखकर कहता ' यह तो बहुत सीधी है इस पर चढ़ना तो नामुमकिन है | '
कुछ प्रतियोगी यह सुनकर ऊपर चढ़े ही नहीं, तो कुछ थोड़ा ऊपर जाकर गिर गए और फिर प्रयास नहीं किया | उन्हें देख लोग और जोर से कहने लगे कि यह प्रतियोगिता कोई नहीं जीत सकता क्योंकि इस पहाड़ पर चढ़ना असंभव है | इससे बचे हुए प्रतियोगी भी हताश हो गए | लेकिन उन्हीं के बीच एक प्रतियोगी बार-बार गिरने पर भी कोशिश करता रहा और अंततः वह उसे सीधे पहाड़ पर चढ़ गया | उसे विजेता घोषित किया गया | वहां खड़े कुछ लोगों ने उससे पूछा कि तुमने यह असंभव काम कैसे किया ? तुम्हारी सफलता का राज क्या है ?  लेकिन उस प्रतियोगी ने किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया | तभी पीछे से एक आवाज आई, ' अरे उससे क्या पूछते हो...... वह तो जन्म से ही कुछ सुन नहीं सकता |

सफलता पाने के लिए हताशा भरी नकारात्मक बातों को अनसुना करना ही बेहतर है |




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